भारत की सबसे बड़ी डेटा सेंधमारी: 66.9 करोड़ लोग… किसी का कंटेनर विवरण, किसी का नेटफ्लिक्स अकाउंट डेटा, किसी का पेटीएम नंबर का डेटा, किसी का व्यक्तिगत डेटा… शायद यह भारत में अब तक की सबसे बड़ी डेटा सेंधमारी है। दरअसल तेलंगाना के हैदराबाद की साइबराबाद पुलिस ने सूचना चोरी के मामले में एक शख्स को पकड़ा है. जब उसके स्वामित्व से बरामद मोबाइल और पीसी की जांच की गई तो उसमें करोड़ों लोगों की अलग-अलग जानकारी थी।
इस व्यक्ति को पुलिस ने वॉक 31 पर लगभग 700 मिलियन व्यक्तियों और फर्मों की जानकारी लेने और बेचने के आरोप में पकड़ा था। आरोपित से बरामद जानकारी 24 राज्यों और 8 महानगरीय समुदायों के व्यक्तियों से जुड़ी थी। दिल्ली से गुजरात तक इस डिजिटल ठगी में वीजा से लेकर लोगों के स्टांप शीट तक की जानकारी थी। यह जानकारी एक साइट के आधार पर इंटरनेट पर बेची जा रही थी। आइए जानते हैं इस सबसे बड़ी इंफॉर्मेशन डकैती की पूरी कहानी…
नेटवर्क हरियाणा से चल रहा था
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपी का नाम विनय भारद्वाज है, जो हरियाणा के फरीदाबाद से इंस्पायरवेबज नाम की साइट के जरिए लोगों की जानकारियां ऑनलाइन बेच रहा था। पुलिस को आरोपियों के पास से बायजूस और वेदांतु जैसे ऑनलाइन एजुकेशन और इनोवेशन एसोसिएशन की जानकारी मिली है। साथ ही व्यक्ति से 24 राज्यों के जीएसटी और आरटीओ की जानकारी भी वसूल की गई है।
सबसे बड़ी सूचना चोरी के बारे में कुछ प्रमुख बातें…
पुलिस को आरोपितों से रक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों, सरकारी कर्मचारियों, स्किललेट कार्ड धारकों, वरिष्ठ नागरिकों सहित नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों की जानकारी मिली है। उनके पास दिल्ली के बिजली खरीदारों, डी-मैट रिकॉर्ड, कई लोगों के मोबाइल नंबर, नीट के छात्रों की जानकारी, देश के कई अमीर लोगों से जुड़ी निजी जानकारी, बीमा धारकों की सूक्ष्मता, क्रेडिट और चेक कार्ड सहित बहुत सारी जानकारी है। .
पुलिस ने कहा कि आरोपी ने क्लाउड ड्राइव में सेट किए गए डेटा को खरीददारों को बेच दिया था। पुलिस ने आरोपितों से दो मोबाइल व दो वर्कस्टेशन बरामद किए हैं, जिनमें सरकार, गोपनीय फर्मों व व्यक्तियों से जुड़ी 135 श्रेणी की गोपनीय व गोपनीय जानकारियां मिली हैं.
किस राज्य से कितने लोगों की जानकारी ली गई?
इस सबसे बड़ी डेटा चोरी के राज्यवार आंकड़ों की बात करें तो अब तक आरोपितों से उत्तर प्रदेश के 21.39 करोड़ लोगों का डेटा रिकवर हो चुका है. इसके बाद मध्य प्रदेश के 4.50 करोड़, दिल्ली के 2.70 करोड़, आंध्र प्रदेश के 2.10 करोड़, राजस्थान के 2 करोड़ और जम्मू-कश्मीर के 2 करोड़ लोगों का डेटा लिया गया है।
इस लिस्ट में केरल के 1.57 करोड़, पंजाब के 1.5 करोड़, बिहार के 1 करोड़ और हरियाणा के 1 करोड़ लोगों का डेटा शामिल है। सूचनाओं के इस भंडार में आम संपत्ति से ऑनलाइन मनोरंजन खातों में जाने वाले डेटा को लिया गया। Amazon, Netflix, YouTube, Paytm, PhonePe, Big Bin, BookMyShow जैसी संस्थाओं के डेटा को दोषियों से बरामद किया गया है।