इलेक्ट्रिक कार डिटेल्स: भारत में कुछ समय से क्वांटिनो इलेक्ट्रिक व्हीकल (क्वांटिनो इलेक्ट्रिक व्हीकल) काफी चर्चा में है। इसका प्रोडक्शन रेडी मॉडल तैयार करने के लिए लिया गया है। आपको बता दें कि यह चर्चा में बनी रहती है क्योंकि इसमें बैटरी नहीं है। यह पहली कार है जो बिना बैटरी के चलेगी। इसे ब्रिटेन के लिंक फ्लोसेल ने बनाया है। इसमें आईओएन टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है। अब कंपनी इसे बिडेन इन्फ्लेशन एक्ट के साथ अमेरिका में बना रही है। दिसंबर के महीने में ही इसकी नई सीरीज की घोषणा हुई थी। इस कार के साथ बड़े पैमाने पर बाय आयन प्रोडक्शन फैसिलिटी को भी बनाने की तैयारी की जा रही है।
इस पहली इलेक्ट्रिक कार का नाम क्वांटिनो ट्वेंटीफाइव रखा गया है। इसमें आयन बैटरी की जगह समंदर के पानी और इंडस्ट्रियल वाटर वेस्ट का इस्तेमाल किया जाएगा। इन पैनियों में एक दूसरे से जुड़ी बायोमोलीक्यूलिस मौजूद होती है, जिसके कारण ये बनेंगे। आसान भाषा में समझें तो समंदर के पानी और औद्योगिक जल में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जिनका प्रयोग यह इलेक्ट्रिक कार आपके फौरन के तौर पर कर देती है।
इस गाड़ी में प्रयोग होने वाला बायोफ्यूल बात के बाद नॉन टॉक्सिक, नॉन फ्लेमेबल और नॉन हजार्डोस गैस रिलीज होती है। इससे पर्यावरण को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। इलेक्ट्रिक कार पानी का प्रयोग इलेक्ट्रिसिटी जनरेट करती है। फिर इसी इलेक्ट्रिसिटी के जरिए मोटर को चलाया जाता है। इसके चारों ओर मोटरसाइकिल लगाई गई है। एक बार टैंक पूरी तरह भरने के बाद यह गाड़ी 2000 किलोमीटर तक चल सकती है।
इसका कार्बन फुटप्रिंट ना के बराबर मिलेगा। कंपनी ने अभी तक इस कार को 5,00,000 किलोमीटर तक टेस्ट किया है। इसकी स्पीड भी काफी अच्छी है। यह महज 3 सेकंड में ही 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करने में सक्षम है। इसमें इलेक्ट्रिक मोटर के इस्तेमाल से नॉइस पोलूशन भी नहीं होगा।