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BHU में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सर्टिफिकेट प्रोग्राम: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू किया है। दरअसल, बीएचयू के कंप्यूटर साइंस विभाग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में एक विशेष प्रशिक्षण और छह महीने का सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू किया है।

आपको बता दें कि बीएचयू कंप्यूटर विज्ञान विभाग भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा समर्थित है। जो छात्र इस कोर्स को करने के इच्छुक हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट textanalytics.in/ai पर आवेदन कर सकते हैं। इस सर्टिफिकेशन कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया बीएचयू (BHU) में होती है।

आवेदन की अंतिम तिथि

इच्छुक लोग इस कोर्स के लिए 25 जनवरी, 2023 तक आवेदन कर सकते हैं।

AI की रिक्त सीटें

BHU में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कुल 100 स्थान हैं।

प्रवेश परीक्षा

इन पदों को भरने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसका शिक्षण 1 फरवरी 2023 से शुरू होगा और जुलाई में समाप्त होगा।

कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता

कंप्यूटर विज्ञान, गणित, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी या समकक्ष योग्यता में डिग्री रखने वाले छात्र आवेदन करने के पात्र हैं।

फीस कितनी होगी कोर्स की

यूनिवर्सिटी में यह कोर्स पूरी तरह से फ्री है। इस कोर्स के लिए छात्रों को कोई फीस नहीं देनी होगी। इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले सभी छात्रों को बीएचयू सर्टिफिकेट देकर सम्मानित करेगा।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स

पाठ्यक्रम में शामिल एआई से संबंधित विषय, एआई और बिग डेटा का परिचय, सांख्यिकीय अवधारणाएं और अनुप्रयोग, सांख्यिकीय उपकरण, डेटा आयात और प्रीप्रोसेसिंग, डेटा खोज और हेरफेर, डेटा संरचनाएं और एल्गोरिदम, ग्राफ और चेन एल्गोरिदम, तंत्रिका नेटवर्क जैसे कृत्रिम विषय , डेटा साइंस के लिए प्रोग्रामिंग, पायथन प्रोग्रामिंग, प्रबंधन कौशल आदि को कवर किया जाएगा।

एआई का सबसे अच्छा स्कोप है

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में अपार संभावनाएं हैं। इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप एआई – एप्लाइड साइंटिस्ट और डेटा साइंटिस्ट की नौकरी पा सकते हैं।

By विशाल यादव

मीडिया के क्षेत्र में 3 साल का अनुभव है। 2020 में छत्रपति शाहू जी महाराज फेयर यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद newschecker.in से करियर की शुरुआत करते हुए तथ्यों को लेकर वैज्ञानिक राइटर के रूप में काम किया, जहां पर 11 महीने काम करने का अनुभव मिला। इसके बाद कृष्ण विश्वविद्यालय में सामग्री राइटर के रूप में 6 महीने काम किया। इसके बाद 6 महीने का फ्रीलांस सामग्री राइट के रूप में काम करने का अनुभव प्राप्त किया। इसके बाद हिंदी समाचार बाइट ऐप को 3 महीने तक सेवा प्रदान की जाती है। अब मैं योजना अलर्ट वेबसाइट पर काम कर रहा हूं। मेरा मकसद शुद्ध, स्पष्ट और सही सामग्री लोगों तक पहुंचाना है।