Maruti Suzuki Invicto :- मारुति सुजुकी इनविक्टो को टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस (Toyota Innova Hycross) की तकनीकी प्लैटफॉर्म पर आधारित बनाया जाएगा और इसमें 7 और 8 सीटर कॉन्फिगरेशन का ऑप्शन हो सकता है। इसका निर्माण टोयोटा के बिदाडी प्लांट में हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टोयोटा मारुति सुजुकी को इनविक्टो की आपूर्ति करने के लिए उत्पादन करेगी। इसकी कीमत 20 लाख रुपये से ज्यादा हो सकती है।

Maruti Suzuki Invicto :- मारुति सुजुकी इनविक्टो 7 सीटर प्रीमियम एमपीवी हो सकती है। जिसकी लंबाई 4.75 मीटर, चौड़ाई 1.84 मीटर और ऊंचाई 1.79 मीटर हो सकती है। इसका व्हीलबेस 2850 एमएम हो सकता है और इसकी ग्राउंड क्लियरेंस भी हाई हो सकती है। यह कार काफ़ी चौड़े अलॉय व्हील्स के साथ मार्केट में एंट्री कर सकती है।

मीडिया रिर्पोट के अनुसार, मारुति सुजुकी इनविक्टो में स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड टेक्नॉलॉजी से लैस 2.0 लीटर का पेट्रोल इंजन देखा जा सकता है। यह इंजन 183hp की पावर जेनरेट कर सकता है और ई-सीवीटी ट्रांसमिशन ऑप्शन भी मौजूद हो सकता है। साथ ही एक 2.0 लीटर पेट्रोल इंजन भी हो सकता है, जिससे 173hp तक की अधिकतम पावर पैदा की जा सकती है।

Maruti Suzuki Invicto :- मारुति सुजुकी इनविक्टो की डिज़ाइन में क्रोम सराउंड और ब्लैक फिनिश वाली ग्रिल, थ्री-पॉड एलईडी डीआरएल, स्प्लिट हेडलैंप के साथ कनेक्टिंग टेलपेंट का उपयोग किया जा सकता है। इसके साथ ही यह कार पावरफुल फ्रंट और रियर लुक के साथ आ सकती है। इनविक्टो एक तीन कतारों वाली एमपीवी है और मारुति सुजुकी इसे आकर्षक डिज़ाइन के साथ पेश करने की दिशा में काम कर रही है।

मारुति सुजुकी इनविक्टो में इंटीरियर और डैशबोर्ड के साथ कई सारे शानदार फीचर्स हैं, जैसे कि वेंटिलेटेड सीट्स, ऑटोमैटिक एसी, मल्टी फंक्शनल स्टीयरिंग व्हील, अडेप्टिव क्रूज कंट्रोल, सुजुकी कनेक्ट, 10.25 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम। जिसमें वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एप्पल कार प्ले सपोर्ट है। साथ ही बड़ा सा डिजिटल इंस्ट्रुमेंट क्लस्टर, 360 डिग्री कैमरा, हेड-अप डिस्प्ले, ईबीडी के साथ एबीएस, ईएससी और 6 एयरबैग जैसे कई स्टैंडर्ड और सुरक्षा फीचर्स भी देखने को मिल सकते हैं।

By विशाल यादव

मीडिया के क्षेत्र में 3 साल का अनुभव है। 2020 में छत्रपति शाहू जी महाराज फेयर यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद newschecker.in से करियर की शुरुआत करते हुए तथ्यों को लेकर वैज्ञानिक राइटर के रूप में काम किया, जहां पर 11 महीने काम करने का अनुभव मिला। इसके बाद कृष्ण विश्वविद्यालय में सामग्री राइटर के रूप में 6 महीने काम किया। इसके बाद 6 महीने का फ्रीलांस सामग्री राइट के रूप में काम करने का अनुभव प्राप्त किया। इसके बाद हिंदी समाचार बाइट ऐप को 3 महीने तक सेवा प्रदान की जाती है। अब मैं योजना अलर्ट वेबसाइट पर काम कर रहा हूं। मेरा मकसद शुद्ध, स्पष्ट और सही सामग्री लोगों तक पहुंचाना है।