PM Kisan Yojana

PM Kisan Samman Nidhi Yojana: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 13वीं किस्त का इंतजार कर रहे किसानों के लिए हमारे पास खुशखबरी है। पीएम मोदी आज ‘मन की बात’ करते हुए किसान सम्मान निधि की 13वीं कड़ी जारी कर सकते हैं, इससे पहले 17 अक्टूबर को 12वीं कड़ी का पैसा किसानों के खाते में भेजा गया था.

प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत किसानों को सालाना 6 लाख रुपये मिलते हैं जो तीन किश्तों में मिलते हैं। अभी तक किसानों को इस योजना की 12 किस्तें मिल चुकी हैं और किसान 13वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं।

इन किसानों को Yojna का लाभ नहीं मिलेगा

पीएम किसान योजना के पात्र किसानों के लिए ई-केवाईसी के साथ-साथ भूमि रिकॉर्ड सत्यापन या कृषि भूमि सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसा करने में विफल रहने वाले किसान 13वीं किस्त का लाभ नहीं उठा पाएंगे।

अगर आपने अपने पीएम किसान खाते का ईकेवाईसी नहीं किया है, तो आप इसे घर पर या नजदीकी ई-मित्र केंद्र या सीएससी पर जाकर कर सकते हैं।

ऐसे करें ई-केवाईसी

  • पीएम किसान की Official वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
  • यहां फार्मर्स कॉर्नर के नीचे लिखे ई-केवाईसी टैब पर क्लिक करें।
  • अब खुलने वाले पेज पर अपनी आधार संख्या की जानकारी दर्ज करें और सर्च टैब पर क्लिक करें।
  • आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा।
  • ओटीपी भेजें फील्ड में ओटीपी दर्ज करें।
  • इसके बाद आपका ईकेवाईसी पूरा हो जाएगा।

भूमि अभिलेखों का सत्यापन

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 13वीं किस्त प्राप्त करने के लिए आप अपने नजदीकी केंद्र पर अपना भू-अभिलेख सत्यापन (Land Record Verification) करवा सकते हैं।

हेल्पलाइन नंबर पर मदद ले सकते हैं

भुलेखा सत्यापन में कोई समस्या होने पर आप नजदीकी कृषि कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही आप पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर 155261 या 1800115526 या 011-233810 92 पर संपर्क कर सकते हैं। आप pmkisan-ict@gov.in पर भी अपनी समस्या साझा कर सकते हैं।

By विशाल यादव

मीडिया के क्षेत्र में 3 साल का अनुभव है। 2020 में छत्रपति शाहू जी महाराज फेयर यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद newschecker.in से करियर की शुरुआत करते हुए तथ्यों को लेकर वैज्ञानिक राइटर के रूप में काम किया, जहां पर 11 महीने काम करने का अनुभव मिला। इसके बाद कृष्ण विश्वविद्यालय में सामग्री राइटर के रूप में 6 महीने काम किया। इसके बाद 6 महीने का फ्रीलांस सामग्री राइट के रूप में काम करने का अनुभव प्राप्त किया। इसके बाद हिंदी समाचार बाइट ऐप को 3 महीने तक सेवा प्रदान की जाती है। अब मैं योजना अलर्ट वेबसाइट पर काम कर रहा हूं। मेरा मकसद शुद्ध, स्पष्ट और सही सामग्री लोगों तक पहुंचाना है।