PMAY 2023

नई दिल्ली: PMAY 2023 के लिए आवेदन करें: देश में औसत नागरिकों के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं को चलाने के पीछे की प्रेरणा देश के लोगों को आर्थिक रूप से इस लक्ष्य के साथ मदद करना है कि वे देश में सुरक्षित रूप से रह सकें। देखा गया तो जनता ने देश की जनता की देखभाल के लिए मुफ्त बंटवारे की योजना शुरू की और इसके साथ ही कई अन्य योजनाएं भी शुरू कीं। इसके बाद अब प्रशासन लोगों के रहने की योजना बना रहा है। दरअसल सरकार ने पीएम आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) शुरू कर दी है। वर्तमान में इस योजना के तहत मध्यप्रदेश प्रांत में रहने वाले व्यक्तियों को आवास दिये जा रहे हैं। इसमें करीब 35 हजार से 580 बेसहारा परिवारों को मदद की जाएगी।

पीएमएवाई 2023 के लिए आवेदन करें

यहां हम पीएम आवास योजना की चर्चा कर रहे हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश के क्षेत्र में आने वाले हर एक बेसहारा परिवार को सरकार द्वारा पक्के मकान दिए जाएंगे। इसके लिए लोक प्राधिकरण 355 करोड़ 34 लाख रुपये खर्च कर रहा है। वर्तमान में प्रदेश का प्रत्येक निवासी एवं समूह पक्के मकान में निवास करेगा। इसमें कुल 35 हजार 580 परिवारों को पक्के मकान दिये जायेंगे. यहां हम आपको विस्तार से बताते हैं। हम कैसे देखते हैं।

पीएम आवास योजना के तहत 355 करोड़ 34 लाख वितरित किए गए

जैसा कि हमने बताया कि कुल लगभग 35 हजार 580 परिवारों को पक्के मकान दिये जायेंगे और इसके लिये 355 करोड़ 35 लाख रुपये की राशि खर्च की जायेगी. इस संबंध में चर्चा करते हुए महानगर मोड़ आयोजन एवं आवास पुजारी भूपेंद्र ने कहा कि सभी निराश्रित परिवारों को पक्का मकान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह राज्य के निराश्रित समूहों की सापेक्षिक भीड़ के सुधार के लिए महत्वपूर्ण है।

वहीं, मध्य प्रदेश सरकार को पीएम आवास योजना (PM Awas Yojana) के तहत 355 करोड़ 35 लाख रुपये की राशि दी जाएगी. जियो लेबलिंग की सहायता से प्राप्तकर्ताओं को नकद राशि दी जाएगी। जियो लेबलिंग की सहायता से प्राप्तकर्ताओं को 2 भागों में नकद राशि दी जाएगी। इससे राज्य के लोग अपने पक्के मकान बनवाना चाहेंगे।

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मालूम हो कि इस योजना के तहत कुल 35 हजार 580 परिवारों को पक्का मकान दिलाने में मदद की जाएगी. हर हाल में इसमें प्रारंभिक तौर पर 5 हजार 726 परिवारों को 156 करोड़ 88 लाख रुपये की राशि दी जायेगी.

वहीं 19 हजार 854 परिवारों को अगली बार 198 करोड़ 46 लाख रुपये की सहायता राशि दी जायेगी.

By विशाल यादव

मीडिया के क्षेत्र में 3 साल का अनुभव है। 2020 में छत्रपति शाहू जी महाराज फेयर यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद newschecker.in से करियर की शुरुआत करते हुए तथ्यों को लेकर वैज्ञानिक राइटर के रूप में काम किया, जहां पर 11 महीने काम करने का अनुभव मिला। इसके बाद कृष्ण विश्वविद्यालय में सामग्री राइटर के रूप में 6 महीने काम किया। इसके बाद 6 महीने का फ्रीलांस सामग्री राइट के रूप में काम करने का अनुभव प्राप्त किया। इसके बाद हिंदी समाचार बाइट ऐप को 3 महीने तक सेवा प्रदान की जाती है। अब मैं योजना अलर्ट वेबसाइट पर काम कर रहा हूं। मेरा मकसद शुद्ध, स्पष्ट और सही सामग्री लोगों तक पहुंचाना है।