Sawan Ke Upay 2023: भगवान शिव की भक्ति समर्पित श्रावण मास का समापन हो गया है। साथ ही कल यानी 10 जुलाई 2023, सोमवार श्रावण मास के पहला सोमवार व्रत का पालन किया जाएगा। धार्मिक सिद्धांतों के अनुसार, इस विशेष दिन पर भगवान शिव की आराधना करने से साधक के सभी मन्नते पूर्ण हो जाते हैं और जीवन में आ रही सभी भावनाएं समाप्त हो जाती हैं। बता दें कि सावन के प्रथम सोमवार के दिन दो अत्यंत शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। जिसमें पूजा पाठ करने से साधक को विशेष लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं, श्रावण प्रथम सोमवार पूजा-मुहूर्त, शुभ योग और पूजा विधि।
सावन पहला सोमवार 2023 शुभ-मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, सावन का प्रथम सोमवार व्रत श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर रेवती स्टार्स का निर्माण हो रहा है जो 9 जुलाई को रात्रि 7:29 बजे से शुरू होगा और 10 जुलाई को 18:59 बजे समाप्त होगा। इसके साथ इस दिन सुकर्मा योग भी बन रहा है जो दोपहर 12:34 से शुरू होगा। इस दौरान पंचक का भी निर्माण हो रहा है। लेकिन भगवान शिव की पूजा पंचक मन्य में नहीं होगी।
सावन सोमवार व्रत पूजा सामग्री
भगवान शिव की पूजा के लिए पूजा सामग्री में फूल, पंच फल, रत्न, दक्षिणा, दही, घी शुद्ध, शहद, गंगाजल, पंचामृत, नारियल, रोली, मौली, जनेऊ, बेलपत्र, धतूरा, भांग, आम मंजरी, गाय का कच्चा दूध , कपूर, चंदन, अक्षत इत्यादि सामग्री शामिल है।
सावन का पहला सोमवार व्रत पूजा विधि
सावन के पहले सोमवार की सुबह जल्दी उठकर स्नान ध्यान के बाद भगवान शिव का जलाभिषेक करें। साथ ही माता पार्वती और उनके पूरे परिवार को गंगा जल से बचाएं। इसके बाद पंचामृत से शिव जी का रुद्राभिषेक करें।
रुद्राभिषेक करते समय ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का जाप निरंतर करते रहें। ऐसा करने के बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा, चंदन, अक्षत, तीसरे नंबर पर जाएं। ऐसा करने के बाद शिव स्त्रोत का पाठ करें और अंत में शिवजी की आरती के साथ पूजा करें।