Scholarship Program

अल्पसंख्यकों के लिए NSP छात्रवृत्ति: NSP छात्रवृत्ति योजना के तहत, केंद्र सरकार अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करती है। इसके तहत कई योजनाएं हैं- प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप, पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप, मेरिट कम मीन्स स्कॉलरशिप, बेगम हजरत महल स्कॉलरशिप आदि। कक्षा 11 से पीएचडी।

योग्य होना चाहिए

11वीं, 12वीं, बीएससी, एमएससी, टेक्निकल या प्रोफेशनल कोर्स, एमफिल या पीएचडी में एडमिशन होना चाहिए।
उन्होंने पिछली अंतिम परीक्षा में कम से कम 50% अंक या समकक्ष अंक प्राप्त किए हों।
अल्पसंख्यक समुदाय (मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और परी/परी) से संबंधित है।
विद्यार्थी के परिवार की वार्षिक आय 20 लाख से कम होनी चाहिए।

छात्रवृत्ति लाभ

11वीं, 12वीं में प्रवेश एवं ट्यूशन फीस (हॉस्टलर्स एवं डे स्कॉलर्स) के लिए सालाना 7000 रुपये दिए जाएंगे।
11वीं, 12वीं स्तर के तकनीकी और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए सालाना 10,000 रुपये प्रदान किए जाएंगे।
यूजी और पीजी (हॉस्टलर और डे स्कॉलर्स) के लिए सालाना 3000 रुपये दिए जाएंगे।

आवश्यक दस्तावेज़

  • निवास का प्रमाण
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • अल्पसंख्यक समुदाय के बारे में छात्र का अपना बयान
  • पिछली शैक्षणिक मार्कशीट की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी
  • पाठ्यक्रम के चालू वर्ष के लिए शुल्क
  • आधार कार्ड की स्कैन कॉपी
  • आय का प्रमाण
  • बैंक विवरण

ऐसे करें अप्लाई

  • www.b4s.in/prabhasakshi/PRM6 पर क्लिक करें और लॉग इन करें।
  • अब “अभी आवेदन करें” पर क्लिक करें और सभी निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
  • योजना प्रकार, नाम, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर सहित सभी विवरण दर्ज करें।
  • बैंक विवरण, आधार या बैंक खाता संख्या चुनें और ‘रजिस्टर’ बटन पर क्लिक करें।
  • अब आपका मोबाइल नंबर वेरिफाई हो जाएगा और वन टाइम पासवर्ड जेनरेट हो जाएगा।
  • ओटीपी के जरिए लॉग इन करें और फॉर्म भरें।
  • स्क्रीन पर एक ऐप आईडी और पासवर्ड जनरेट होगा।
  • अगले के लिए इसका इस्तेमाल करें।

By विशाल यादव

मीडिया के क्षेत्र में 3 साल का अनुभव है। 2020 में छत्रपति शाहू जी महाराज फेयर यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद newschecker.in से करियर की शुरुआत करते हुए तथ्यों को लेकर वैज्ञानिक राइटर के रूप में काम किया, जहां पर 11 महीने काम करने का अनुभव मिला। इसके बाद कृष्ण विश्वविद्यालय में सामग्री राइटर के रूप में 6 महीने काम किया। इसके बाद 6 महीने का फ्रीलांस सामग्री राइट के रूप में काम करने का अनुभव प्राप्त किया। इसके बाद हिंदी समाचार बाइट ऐप को 3 महीने तक सेवा प्रदान की जाती है। अब मैं योजना अलर्ट वेबसाइट पर काम कर रहा हूं। मेरा मकसद शुद्ध, स्पष्ट और सही सामग्री लोगों तक पहुंचाना है।